तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव का 01 नवम्बर को होगा रंगा-रंग आगाज…

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे उद्घाटन

साईंस कॉलेज मैदान में मुख्य मंच, पंडालों और स्टॉलों की साज-सज्जा को दिया जा रहा है अंतिम रूप

देश-विदेश की आदिवासी संस्कृति के बिखरेंगे इन्द्रधनुषीय रंग, दस देशों के आदिवासी नर्तक दल राजधानी रायपुर पहुंचे

तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव का रंगा-रंग आगाज एक नवम्बर को होने जा रहा है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में इसका पूर्वान्ह 11 बजे उद्घाटन करेंगे।

अतिथियों के स्वागत के लिए साईंस कॉलेज मैदान की साज-सज्जा को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मुख्य मंच, पंडालों और स्टॉलों को आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है।

आने वाले तीन दिनों तक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के मंच पर देश-विदेश की विविधतापूर्ण आदिवासी संस्कृति के इन्द्रधनुषीय रंग बिखरेंगे।

छत्तीसगढ़ सरकार के इस अनूठे आयोजन का यह तीसरा मौका है। साल दर साल इस आयोजन की लोकप्रियता देश-विदेश में बढ़ती जा रही है। इस आयोजन के दौरान आने वाले दर्शकों के लिए अनेक आकर्षण होंगे।

जनजातियों की समृद्ध संस्कृति, परंपरा और लोककलाओं के साथ छत्तीसगढ़ के पौने चार वर्ष की विकास यात्रा की झलक लोगों को देखने को मिलेगी।

10 देशों के जनजातीय कलाकार रायपुर पहुंचे
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए देश-विदेश के नर्तक दलों के आने का सिलसिला जारी है।

अब तक 9 देशों में से टोगो, मोजांबिक, सर्बिया, इंडोनेशिया, मालदीव, मंगोलिया, न्यूजीलैण्ड, रशिया, रवांडा और इजिप्ट के नर्तक दल राजधानी रायपुर पहुंच चुके हैं।

इस नृत्य महोत्सव में विदेशों के 100 कलाकारों सहित देश के विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के 1500 जनजातीय कलाकार शामिल होंगे।

शिल्पग्राम में दिखेगा अनूठी कलाकृतियों का संग्रह
साईंस कॉलेज मैदान के सेंट्रल एरिया में जनजातीय लोककला और शिल्प पर केन्द्रित शिल्पग्राम बनाया गया है। शिल्पग्राम में 40 स्टॉल लगाए जाएंगे।

जहां प्रदेश के प्रसिद्ध शिल्पकारों, कलाकारों, बुनकरों, स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित कलाकृतियों का अनूठा संग्रह देखने को मिलेगा।

इनमें घरेलू उपयोग के सामान, कलात्मक सजावटी वस्तुएं, बेलमेटल, लौहशिल्प, काष्ठकला, बांसकला, माटी शिल्प से निर्मित कलाकृतियों प्रदर्शन और विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगी।
विकास प्रदर्शनी में 21 विभागों के स्टॉल
राज्योत्सव के दौरान विकास प्रदर्शनी में राज्य शासन के 21 विभागों के स्टॉल लगेंगे। इनमें कृषि विभाग-मछलीपालन, पशुपालन, उद्यानिकी विभाग एवं अन्य संबंधित घटक, ऊर्जा विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, जनसम्पर्क विभाग, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग, आदिम जाति, अनुसूचित जाति एवं विकास विभाग सहित अनेक विभागों के स्टॉल बनाए गए हैं।

स्टॉलों में विभागीय योजनाओं का विभिन्न मॉडलों, चित्रों, आडियो-वीडियो लघु फिल्म के माध्यम से जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा।

लोगों को पाम्पलेट और ब्रोशर के द्वारा विभागीय योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी।
फूड जोन में मिलेगा लजीज व्यंजनों का स्वाद
इसके साथ ही छत्तीसगढ़ी पकवानों समेत अनेक तरह के लजीज व्यंजनों से सजा फूड जोन भी होगा।

फूड जोन में 24 स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के साथ लोग अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों का भी स्वाद ले सकेंगे।

उद्योगों और सार्वजनिक उपक्रमों के भी होंगे स्टॉल
आयोजन स्थल पर थीम हैंगर में विभिन्न उद्योगों और सार्वजनिक उपक्रमों के स्टॉल लगाए जाएंगे।

थीम हैंगर में बाल्को, बीएसपी, एसईसीएल, एनटीपीसी, एनएमडीसी सहित विभिन्न उद्योगों के स्टॉल लगाए जा रहे हैं।

व्यावसायिक स्टॉलों के लिए निर्धारित स्थान पर 40 स्टॉल बनाए गए हैं। इस दौरान किताब मेला भी लगाया जा रहा है। स्वास्थ्य सहायता केन्द्र भी स्थापित किया गया है।

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