क्या युद्ध का विरोध करने वाले करीबियों की हत्या करवा देते हैं पुतिन? मरने वालों में जुड़ा एक और नाम…

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सत्ता के शिखर पर पहुंचाने वाले शख्स की मौत हो गई है, वह 72 साल के थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक विक्टर चेरकेसोव वह शख्स थे जिन्होंने व्लादिमीर पुतिन की पार्टी के साथ गठबंधन किया था।

1992 से 1998 तक वह सेंट  पीटर्सबर्ग और लेनिनग्रैड क्षेत्र में मुख्य सुरक्षा अधिकारी थे, इसी दौरान वह पुतिन के करीब आए।

अब तक यह नहीं बताया गया है कि आखिर विक्टर चेरकेसोव की मौत किस वजह से हुई। 

उन्होंने साल 2007 में एक ऐसा आर्टिकल लिखा था जिसकी वजह से विवाद हो गया था। उन्होंने अपने लेख में सेना में होने वाले भ्रष्टाचार का खुलासा कर दिया था।

उनके इस लेख से व्लादिमीर पुतिन भी नाखुश थे। उन्होंने कहा था कि ऐसी जानाकिरियों को सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए।

इसके बाद चेरकेसोव को 2008 में उनके पद से हटा दिया गया और फेडरल एजेंसी फॉर मिलिट्री सप्लाइज का हेड बना दिया गया। 

साल 2006 में विक्टर के नेतृत्व वाली एजेंसी ने फर्नीचर तस्करी का खुलासा किया था। इसमें कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

बता दें कि जबसे रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ा है रूस में कई हाई प्रोफाइल लोगों की मौत हो चुकी है। चेरकेसोव भी उनमें से ही एक हैं।

बता दें कि रूस में परेशान करने वाला ट्रेंड देखने को मिल रहा है। बीते दिनों मॉस्को एविएशन इंस्टिट्यूट के हेड एनाटोली गेराश्चेंको की सीढ़ियों से गिरकर मौत हो गई थी। 

वह भी व्लादिमीर पुतिन के करीबी थे। आंकड़ों के मुताबिक साल भर के अंदर ही एक दर्जन से ज्यादा शीर्ष अधिकारियों की मौत हो चुकी है।

इसमें पुतिन के करीबी रविलमगोनव, यूरी वोरोनोव, अलेक्जेंडर सुबोटिन, सर्गेई प्रोटोसेन्या, व्लादिस्लाव अवायव, मिखाइल वाटफोर्ड जैसे लोग शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर की मौत की सही वजह का भी पता नहीं चल पाया। यूरी वोरोनोव का शव स्विमिंग पूल में मिला था।

उन्होंने यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध की आलोचना की थी। 

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