‘हत्यारा नहीं पीड़ित समझें उत्तर भारतीय’ राजीव गांधी की हत्या के दोषी बोले- समय बताएगा कौन आतंकी…

तकरीबन 32 साल जेल की सजा काटने के बाद राजीव गांधी की हत्या के 6 दोषी रिहा हो चुके हैं।

शनिवार को उन्हें जेल की चाहरदीवारों से आजादी मिली। जेल से रिहा होने के बाद रविचंद्रन ने कहा कि उत्तर भारतीयों को उन्हें आतंकी के बजाय पीड़ित समझना चाहिए।

हालांकि आने वाला समय उन्हें जरूर समझेगा। उधर, तमिलनाडु के वेल्लोर में जेल से रिहा होने के बाद नलिनी से जब पूछा गया कि वो सोनिया गांधी से मिलेंगी? इस पर नलिनी पहले तो सकपका गईं  फिर तपाक से उत्तर दिया- हे भगवान, प्लीज नहीं।

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे छह दोषियों को रिहा करने का आदेश दिया था।

शनिवार को जेल से बाहर आने के बाद यह पूछे जाने पर कि क्या वह पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और दिवंगत राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी से मिलेंगी? नलिनी ने कहा, “हे भगवान, प्लीज नहीं।”

यहां यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि सोनिया गांधी ने नलिनी को राजीव गांधी की हत्या के मामले में क्षमा कर दिया था और यहां तक ​​​​कि साल 2000 में क्षमादान याचिका भी दायर की थी, जिसके कारण उनकी सजा कम की गई थी।

जेल से रिहा होने के तुरंत बाद, नलिनी वेल्लोर केंद्रीय जेल गई, जहां से उसके पति वी श्रीहरन उर्फ ​​मुरुगन को भी रिहा कर दिया गया।

उत्तर भारतीय उन्हें आतंकी न समझें
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में शनिवार को रिहा हुए छह दोषियों में से एक रविचंद्रन ने कहा कि उत्तर भारत के लोगों को उन्हें “आतंकवादी या हत्यारों के बजाय पीड़ित” के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय उन्हें “निर्दोष” के रूप में आंकेगा।

रिहाई से खुश नहीं हूं-नलिनी
नलिनी ने कहा, “32 साल बाद, अब भी मैं रिहाई से खुश नहीं हूं। मेरे पति को 20 साल की उम्र में जेल भेज दिया गया था और 32 साल बाद, उन्होंने अभी बाहर कदम रखा है।”

बता दें कि मुरुगन, जो एक श्रीलंकाई नागरिक हैं, को उनकी रिहाई के बाद तिरुचिरापल्ली में एक विशेष शरणार्थी शिविर में ले जाया गया था।

नलिनी ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि उनके पति को स्पेशल कैंप में ले जाया गया है। “मैं प्रार्थना करती हूं कि वह यूके में मेरी बेटी से जरूर मिलें।”

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