क्या खेरसॉन में मिली शिकस्त रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए मुसीबत बन गई है? असल में खेरसॉन की हार के बाद रूस में टेलीग्राम पर एक बेहद खतरनाक मैसेज वायरल हुआ। इस मैसेज में पुतिन को सत्ता से हटाए जाने के साथ-साथ उन्हें मार दिए जाने तक की बातें कही गई हैं। हालांकि बाद में यह मैसेज हटा लिया गया, लेकिन इसके बाद से कई सवाल उठ रहे हैं। सवाल यह उठ रहा है कि क्या राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ रूस में गुस्सा भड़कने लगा है।
शेयर की है यह कहानी
यह मैसेज एलेक्जेंडर डुगिन नाम के शख्स ने टेलीग्राम पर किया है। द मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक इस मैसेज में उन्होंने जेम्स फ्रेजर की कहानी गोल्डन बॉ को कोट किया है। इस कहानी में राजा को सिर्फ इसलिए मार दिया जाता है कि क्योंकि सूखे के दौरान वह बारिश नहीं करा पाता है। रिपोर्ट के मुताबिक डुगिन ने लिखा है कि हम एक शासक को ताकत देते हैं। यह ताकत इसलिए दी जाती है ताकि मुश्किल वक्त में लोगों की और राज्य की हिफाजत कर सके। लेकिन अगर वह ऐसा नहीं कर पाता है तो यह बेहद दुखद है।
मैसेज में नागरिकों को भड़काया
इसके बाद एलेक्जेंडर डुगिन ने यूक्रेन में रूसी सेना के हालात पर बात की है। उसने लिखा है हर उस शख्स को जो खुद को असली रूसी कहता है, उसे दुखी होना चाहिए। उसे खेरसॉन में रूस के समर्पण पर दर्द में अपने दांत भींच लेने चाहिए। अगर कोई नागरिक खेरसॉन में रूसी सेना के हाल पर दुखी नहीं होता है तो वह असल में मायने में रूसी है ही नहीं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि खेरसॉन को लेकर राष्ट्रपति और रूसी सैन्य अधिकारियों में भी मनमुटाव सामने आ रहा है।
खेरसॉन में हुआ क्या था
असल में फरवरी में यूक्रेन पर हमले के बाद अब रूसी सेना वहां पर मुंह की खाने लगी है। खेरसॉन में रूसी सेना पीछे हट चुकी है और वहां पर यूक्रेन ने वहां फिर से कब्जा कर लिया है। यूक्रेन की सेना जैसे ही खेरसॉन पहुंचे, वहां के नागरिकों ने उनका जोरदार ढंग से स्वागत किया। इसके बाद से ही रूसी सेना आलोचकों के निशाने पर आ चुकी है। माना जा रहा है, इसके चलते पुतिन की सत्ता भी खतरे में आ गई है।