छत्तीसगढ़; जीएन गोल्ड की 2 एकड़ जमीन नीलाम, नि‍र्मल छाया के दो डायरेक्टर गिरफ्तार…

चिटफंड कंपनियों के खिलाफ प्रशासन का अभियान प्रदेशभर में चल रहा है और इसे कामयाबी भी मिल रही है।

धमतरी में गुरुवार को कुरूद तहसील के मरौद में स्थित चिटफंड कंपनी जीएन गोल्ड की 2 एकड़ जमीन की नीलामी हो गई।

वहीं भिलाई में चिटफंड कंपनी निर्मल छाया रियल स्टेट एंड लिमिटेड के दो डायरेक्टर्स को पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया है।

कुरूद तहसील के मरौद में स्थित चिटफंड कंपनी जीएन गोल्ड की 2 एकड़ (0.80 हेक्टेयर) जमीन की नीलामी हो गई।

इस नीलामी में धमतरी सहित रायपुर, केशकाल के 22 बोलीदार शामिल हुए। खास बात यह कि मरौद के ही व्यक्ति चुरामन साहू ने गांव की जमीन 12.55 लाख रुपए में खरीदी। प्रशासन को बाजार मूल्य से करीब 81 हजार 800 रुपए का लाभ हुआ है।

जनपद पंचायत कुरूद के सभा कक्ष में गुरुवार को सुबह 11.30 बजे नीलामी की प्रक्रिया शुरू हुई। इस नीलामी में शामिल होने 25 खरीदारों ने आवेदन किया, लेकिन 22 बोलीदारों ने डीडी जमा किए थे।

तहसीलदार नीलकंठ जगबंधु ने नीलामी शुरू कराई। सिर्फ 7 लाेगों ने ही बाेली लगाई। बोली की शुरूआत अब्दुल शकूर नाम के व्यक्ति ने 12 लाख से की।

अधिकतम बाेली 12 लाख 55 हजार रुपए तक गई। यह अंतिम बोली मरौद निवासी चुरामन साहू ने लगाई।

इसके बाद किसी भी व्यक्ति ने जमीन के रेट में बढ़ोत्तरी नहीं की। मरौद निवासी चुरामन साहू ने गांव की जमीन खरीदी। तहसीलदार के मुताबिक बोली की प्रक्रिया सुबह 11.30 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक चली।

इसमें अब्दुल शकूर, राजा रॉठी, मनोज चंद्राकर, चुरामन साहू, गुलशन गुलाटी, हेमंत शर्मा व नरेश महावर शामिल हैं।

इन सातों बोलीदारों ने जमीन की बोली लगाई। चिटफंड कंपनी जीएन गोल्ड में करीब 15 करोड़ रुपए निवेशकों के फंसे हैं।

महीनेभर पहले जीएन गोल्ड की जमीन की नीलामी प्रशासन ने कराई थी, लेकिन इसमें 25 में से सिर्फ 3 लोगों ने बोली लगाई थी।

अधिकतम बाेली 34 लाख तक गई, लेकिन नियमानुसार 25 प्रतिशत की राशि जमा नहीं की। प्रशासन को 3 घंटे इंतजार कराया। इसके बाद विवाद हुआ। तहसीलदार ने नीलामी की प्रक्रिया ही रद्द कर दी।

दोनों डायरेक्टरों को भेजा जेल
सुपेला पुलिस ने बुधवार देर रात चिटफंड कंपनी निर्मल छाया रियल स्टेट एंड लिमिटेड के दो डायरेक्टर्स को पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया है।

इनमें डायरेक्टर प्रकाश चंद निषाद को गुंडरदेही से और प्रकाशचंद्र कुर्वेती को मंडला एमपी से गिरफ्तार किया गया।

गुरुवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है। कंपनी में शामिल पहार सिंह पट्‌टावी और डोमन लाल निषाद फरार हैं।

पुलिस ने बुधवार को जिला प्रशासन के प्रतिवेदन पर नेहरुनगर की चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर समेत 4 लोगों के खिलाफ धारा 420 और छग निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम, 2000 की धारा 10 के तहत केस दर्ज किया है।

कंपनी ने नेहरुनगर में ऑफिस खोलकर 38 निवेशकों से दो से तीन गुना राशि लौटाने का झांसा देकर 25 लाख रुपए निवेश करवा लिया था।

इसके बाद दफ्तर बंद करके फरार हो गए थे। पुलिस के मुताबिक फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।

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