सुकमा – दो लाख के इनामी नक्सलियों ने किया आत्म समर्पण

सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में गुरुवार को दो लाख रुपये का इनामी ,सरियम संदीप ,पूर्व बटालियन मेडिकल टीम कमांडर और वर्तमान पंचायत मेडिकल टीम कमांडर व नक्सल संगठन में जनमिलिशिया सदस्य पोडियम हिडमा ने भरमार बंदूक के साथ पुलिस एवं सीआरपीएफ अधिकारी के समक्ष आत्मसमर्पण किया।

एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सल संगठन से जुड़े दो नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी सुनील शर्मा व सीआरपीएफ 74 वाहिनी द्वितीय कमान अधिकारी संदीप बिजानिया के समक्ष गुरुवार को आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पित नक्सली लंबे समय से नक्सल संगठन से जुड़कर बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल थे।

आत्मसमर्पित नक्सली सरियम संदीप अरलमपल्ली आरपीसी डॉक्टर टीम कमांडर, पूर्व दक्षिण बस्तर बटालियन नं. 01 मेडिकल टीम कमांडर रूप में सक्रिय था।

छग शासन द्वारा उस दो लाख रुपये का घोषित था। पोडियम हिडमा द्वारा आत्मसमर्पण के दौरान अपना 01 नग भरमार बंदूक सौंपा गया। दोनों आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की पुर्नवास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाए प्रदान की जाएंगी।

कैम्प खुलने से ग्रामीणों में बड़ी आत्मविश्वास

एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि हाल ही में डब्बाकोन्टा में नए सुरक्षा बल के कैंप खुलने से इस इलाके के ग्रामीणों में काफी खुशी का माहौल है।

फोटो :- पुलिस एवं सीआरपीएफ अधिकारी के समक्ष आत्मसमर्पण करते हुए।

कैंप खुलने के साथ ही इस क्षेत्र में सक्रिय दो नक्सली नक्सली, संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल हुए है। उन्होंने बताया कि ,आत्म समर्पित नक्सलियों ने कहा कि कैंप खोलने से ग्रामीण काफी खुश है,

इसको देखते हुए हम लोग भी नक्सल संगठन छोड़कर समाज के मुख्यधारा में लौट रहे है। कैंप खुलने के साथ ही गांव में अन्य मूलभूत विकास कार्य होंगे। उन्होंने अपील करते हुए

कहा कि नक्सल संगठन से जुड़े युवा समाज की मुख्यधारा में लौट आए। पुनर्वास व आत्मसमर्पण नीति के तहत उन्हें सहायता प्रदान की जाएगी। उनकी जो भी समस्या रहेगी उन सभी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।

कैडरो, नसबंदी व मुठभेड़ में घायलों का करता था इलाज

मेडिकल टीम कमांडर सरियम संदीप ने 10-12 नक्सली कैडरो का नसबंदी किया है, वहीं पुलिस नक्सल मुठभेड़ में घायलों व बीमार नक्सलियों का इलाज करता था।

सरियम संदीप को मेडिकल से संबंधित अच्छी खासी जानकारी है, जिसकी वजह से घायल व बीमार नक्सलियों का इलाज करने में एक्सपर्ट था।

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