गैंगस्टर राजू ठेहट हत्याकांड (Raju Thehat murder case) में पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है।
राजू ठेहट पर गोलियां बरसाने वाले चार शूटर्स की पहचान (Shooters identified) कर ली गई है। पांचवें हमलावर की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं।
ये शूटर्स बीते करीब एक महीने से राजू ठेहट की रेकी कर रहे थे। ये चारों शूटर्स हरियाणा के रहने वाले हैं।
शूटर्स राजू ठेहट की रेकी करने के लिए उसके घर के इलाके में ही पीजी में रह रहे थे। शूटर्स की पहचान नवीन, सतीश, हिमांशु और जतीन के रूप में हुई है।
पुलिस उनकी तलाश में हरियाणा समेत अन्य संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है लेकिन फिलहाल उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है। इस बीच सीकर में अभी तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।
पुलिस के अनुसार गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या करने के लिए दो बदमाशों ने गैंगस्टर के घर के पास स्थित एक कोचिंग संस्थान में बीते 31 अक्टूबर को बतौर स्टूडेंट प्रवेश लिया था।
राजू ठेहट के घर के बाहर जूस की दुकान है। शूटर्स वहां दिन में तीन से चार बार जूस पीने आते और राजू के आने जाने के समय पर नजर रख रहे थे।
वे एक महीने से राजू ठेहट की रेकी कर रहे थे। शूटर्स ने राजू की हत्या से पहले उसके साथ सेल्फी ली और उसके बाद उस पर गोलियों की बौछार कर दी।
शूटर्स रॉयल स्ट्रीट कॉलोनी में पीजी में रह रहे थे
प्रारंभिक जांच पड़ताल में पुलिस को शूटर्स से जुड़े अहम दस्तावेज मिले हैं। इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर शूटर्स की पहचान की गई है।
बदमाशों ने पिपराली रोड स्थित रॉयल स्ट्रीट कॉलोनी में एक पीजी हॉस्टल में रहने के लिए फार्म भरे थे। पुलिस ने भरे गए इन 3 फॉर्म और उनके साथ लगाई आईडी की कॉपी को जब्त कर लिया है।
उन दस्तावेजों में बदमाशों ने अपने नाम के अलावा पते में भिवानी (हरियाणा) लिखा था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में आए चेहरों का उन फार्म में लगे फोटो से मिलान किया है।
इसी आधार पर पुलिस ने बदमाशों की पहचान होने का दावा किया है। सूत्रों के मुताबिक शूटर्स ने फार्म में खुद को JEE कोचिंग का स्टूडेंट बताया था।
सीकर में जगह-जगह तैनात की गई है पुलिस
राजू ठेहट की हत्या के बाद उसका शव श्रीकल्याण अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है। हालात के मद्देनजर सीकर शहर के संवेदनशील स्थानों पर पुलिस का पुख्ता प्रबंध किया गया है।
बदमाशों ने वारदात के बाद भागने के लिए जिस गाड़ी का उपयोग किया था उसके नंबर फर्जी पाए गए हैं।
उस गाड़ी पर जयपुर के नंबर थे। लेकिन पुलिस ने जब उन नंबरों की पड़ताल की तो सामने आया है कि इन नंबर की ओरिजनल कार जयपुर निवासी अब्दुल हकीम के पास है।
वे मालपुरा गेट इलाके के रहने वाले हैं और उनकी कार बाजार में खड़ी है। बहरहाल पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।