डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (डीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने पार्टी शुरू करने के करीब तीन महीने बाद शनिवार को तीन पूर्व मंत्रियों तारा चंद, पीरजादा मोहम्मद सईद और जी।
एम. सरूरी को पार्टी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया। सलमान निजामी को डीएपी के मुख्य प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी गई है।
आजाद ने जुगल किशोर शर्मा और मोहम्मद अमीन भट को क्रमशः जम्मू और कश्मीर क्षेत्रों का प्रांतीय अध्यक्ष नियुक्त किया।
पार्टी ने 10 नए महासचिवों, 12 सचिवों, छह प्रवक्ताओं , मीडिया समन्वयकों-सह-अतिरिक्त प्रवक्ताओं और चार सोशल मीडिया समन्वयकों के नामों की भी घोषणा की।
इस साल कांग्रेस छोड़ने वाले 73 वर्षीय आजाद ने 26 सितंबर को जम्मू में दर्जनों पूर्व मंत्रियों, पूर्व विधायकों और अन्य प्रमुख नेताओं के समर्थन से डीएपी की शुरुआत की थी।
बता दें कि कांग्रेस से लम्बे वक्त से नाराज चल रहे गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।
पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपे गए करीब 5 पेज लंबे त्यागपत्र में उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की थी। उस दौरान उन्होंने खासतौर से राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे।
वे कांग्रेस के नाराज नेताओं के जी-23 गुट में भी शामिल थे। जी-23 गुट कांग्रेस में लगातार कई बदलाव की मांग करता रहा है।
आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ऐलान किया कि वे बीजेपी में शामिल नहीं होंगे तभी से ये कयास लगाए जा रहा था कि आजाद अपनी नई पार्टी शुरू करने वाले हैं।