साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि कब है ? जानें भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए क्या करें…

प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):

वैसे तो हर महीने की त्रयोदशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। लेकिन आने वाली मासिक शिवरात्रि इस साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि होगी।

बता दें कि हिंदू पंचांग के अनुसार, साल 2022 की आखिरी मासिक शिवरात्रि 21 दिसंबर, बुधवार को मनाई जाएगी।

हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि का बेहद खास महत्व है।  माना जाता है कि इस दिन विधिवत भगवान शिव की उपासना करने से मनचाहा फल मिलता है।

इसके साथ ही जीवन में चल रही सभी समस्याओं का समाधान भी निकलता है। आइए जानते हैं कि पौष माह की मासिक शिवरात्रि कब है, शुभ मुहूर्त क्या है और पूजा-विधि और महत्व क्या है।

मासिक शिवरात्रि 2022 शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 21 दिसंबर 2022 को रात 10 बजकर 16 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं चतुर्दशी तिथि का समापन 22 दिसंबर 2022 को 7 बजकर 13 मिनट पर होगा।

ऐसे में साल की आखिरी शिवरात्रि 21 दिसंबर 2022 को मनाई जाएगी। मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त 21 दिसंबर 2022 बुधवार रात 11 बजकर 58 मिनट से 12 बजकर 52 मिनट तक रहेगा।

शुभ मुहूर्त में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करना शुभ फलदायी होता है।

मासिक शिवरात्रि पूजा विधि

– मासिक शिवरात्रि के दिन सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होने के बाद साफ कपड़े पहने और घर के मंदिर में दीपक जलाएं।

– अगर घर में शिवलिंग है तो शिवलिंग का गंगाजल, दूध, धतूरा, भांग आदि से अभिषेक करें।

– शिव जी को बेल पत्र चढ़ाएं। इस दिन भगवान शिव के साथ ही माता पार्वती की पूजा-अर्चना भी करें।

– भगवान शिव और मां पार्वती को भोग लगाएं। पूजा के दौरान ”ऊॅं नम: शिवाय” मंत्र का जप करें।

– पूजन के अंत में भगवान शिव की आरती करें और भगवान से अपनी मनोकामना कहें।

मासिक शिवरात्रि व्रत का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मासिक शिवरात्रि का व्रत बेहद ही शुभ है। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का व्रत रखने से जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।

इसके साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। मासिक शिवरात्रि के दिन शिवजी के मंत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ का पूरे दिन जाप करने से व्यक्ति की सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं।

इसके अलावा जाने-अनजाने में किए गए पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं। इस प्रकार मासिक शिवरात्रि का व्रत और पूजन हर किसी के लिए विशेष महत्व का होता है।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। वार्ता 24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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