दुर्ग जिले के अंडा थाना से कुछ दूर अंधे मोड़ ने दो बाइक सवारों की जान ले ली।
बाइक सवार युवक तेज रफ्तार में सामने से आ रहे ट्रक में जा घुसे। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
इस ब्लैक स्पॉट में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है।
अंडा थाना प्रभारी अंबिका प्रसाद ध्रुव ने बताया कि अंडा थाने से लगभग 6 किलोमीटर दूर गुंडरदेही थाना क्षेत्र के सिरसिदा गांव निवासी दो युवकों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी।
यहां के रहने वाले केवल पटेल पिता दूजराम पटेल (23 साल) और परमानंद ठाकुर पिता मयाराम ठाकुर (25 साल) 29 जनवरी को बाइक सीजी 24 एन 9186 से अंडा आए थे।
वो लोग जसगीत का कार्यक्रम देख कर रात 9.30 अपने घर वापस लौट रहे थे।
जैसे ही वे अंडा थाने से एक किलो मीटर दूर अंडा इतवारी बाजार मोड़ के पास पहुंचे अंधे मोड़ में उनकी बाइक ट्रक CG 07 BL 7931 जा टकराई।
दुर्घटना के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। आसपास मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत एंबुलेंस से घायलों को दुर्ग जिला अस्पताल भिजवाया।
यहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। अंडा पुलिस ने मंगलवार को मामला दर्ज किया है। आरोपी ट्रक चालक की तलाश की जा रही है।
शराब के नशे में थे दोनों युवक, बाइक थी रफ्तार में
अंडा पुलिस के मुताबिक पूछताछ में सामने आया है कि दोनों युवकों ने अंडा शराब भट्ठी से शराब खरीदी और फिर पार्टी किया।
इसके बाद दोनों बाइक में घर जाने के लिए निकले थे। बाकी की रफ्तार काफी तेज थी मोड़ में बाइक का संतुलन बिगड़ गया और उसी रफ्तार में वो लोग ट्रक से जा भिड़े।
ट्रक की टक्कर से बाइक के परखच्चे उड़ गए थे। दोनों युवकों में से किसी ने भी हेलमेट भी नहीं पहना हुआ था। सिर और शरीर में गहरी चोट आने से उनकी मौत हुई है।
ब्लैक स्पॉट बना डेथ स्पॉट
अंडा पुलिस के मुताबिक यह ब्लैक स्पॉट इतना खतरनाक है कि यहां हर साल 8-10 लोगों की जान जाती है।
तीन से चार दिन पहले इसी जगह पर एक बाइक सवार की ट्रक में टकराने से मौत हो चुकी है। 10 माह पहले इसी जगह पर रात 9 बजे डौकीडीह निवासी 29 वर्षीय नोहर लाल और उसकी 24 वर्षीय पत्नी दामिनी साहू की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।
दोनों दंपती अपने दोनों बच्चों के साथ कोनारी गांव जा रहे थे। इसी दौरान रिसामा की ओर से आ रहे कंटेनर ने उनकी बाइक को सामने से टक्कर मार दी। दुर्घटना में पति-पत्नी की मौके पर मौत हो गई। वहीं उनके 1 साल और तीन साल के बच्चे को गंभीर चोट लग गई।
जिम्मेदार अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
यहां के लोगों का कहना है पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को चाहिए वो इस ब्लैक स्पॉट को खत्म करें। इन्हें रोड का अलाइमेंट लेना चाहिए और इसे सीधा करना चाहिए। इसमें यदि किसी रसूखदार का दुकान या घर टूटता है तो उसे उचित मुआवजा देना चाहिए।
ऐसा करने से बेकसूर लोगों की जान जाने से बचेगी। यदि ऐसा न हो यहां जिग-जैक या ब्रेकर बनाने और 24 घंटे पुलिस की तैनाती की जानी चाहिए।
हर साल सड़क दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान जाने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।