बिहार में एक वरिष्ठ आईपीएसबिहार में पर लगा ‘गालीबाज’ मैडम का तमगा! नक्सलियों को भगाकर पहली बार तिरंगा फहराने वाला इस दबंग आईपीएस ने ही लगाया आरोप…

बिहार कैडर के सीनियर आईएएस (IAS) अधिकारी केके पाठक का अपने अफसरों को गाली देते हुए वीडियो वाला विवाद अभी थमा भी नहीं था कि एक वरिष्ठ आईपीएस (IPS) अधिकारी पर गाली देने का आरोप लग गया है।

बिहार कैडर (Bihar Cadre) के ही 2003 बैच के तेज-तर्रार आईपीएस अधिकारी विकास वैभव (IPS Vikas Vaibhav) ने होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज की डीजी शोभा अहोतकर (IPS Shobha Ahotkar) पर गाली देने का आरोप लगाया है।

विकास वैभव ने इस घटना के बाद दो महीने की छुट्टी पर जाने का आवेदन दिया, जिसे डीजी ने रद्द कर गृह विभाग को भेज दिया है।

बता दें कि हाल के दिनों में बिहार में राजनीतिक अस्थिरता की खबरों के बीच प्रशासनिक अमले में अधिकारियों के बीच खटपट की यह तीसरी घटना है।

कुछ दिन पहले ही मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पाठक विभागीय मीटिंग में डिप्टी कलेक्टर को गालियां देते नजर आए थे।

पाठक इस वीडियो में बिहार के लोगों के बारे में भी भला-बुरा बोल रहे थे। इस घटना के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दिए थे।

जांच अभी चल ही रही थी कि एक और मामला सामने आ गया। इससे पहले साल 2022 में भी बिहार के कैडर के दो आईपीएस अधिकारियों की लड़ाई की जांच चल रही है।

आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा और आदित्य कुमार के बीच झगड़े से उस समय बिहार सरकार को काफी बदनामी झेलनी पड़ी थी।

कौन हैं विकास वैभव
विकास वैभव ने अपने ट्वीट और फेसबुक पोस्ट में डीजी के बारे में लिखा, ‘मुझे आईजी होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज का दायित्व दिनांक 18. 10.2022 अक्टूबर 2022 को दिया गया था और तब से सभी नव दायित्वों के निर्वहन हेतु हरसंभव प्रयास कर रहा हूं।

प्रतिदिन तब से अनावश्यक ही डीजी मैडम के मुख से गालियां ही सुन रहा हूं। (recorded too)! परंतु यात्री मन आज वास्तव में द्रवित है।’

शोभा अहोतकर बिहार की पहली महिला डीजी अधिकारी
हालांकि, इस ट्वीट को विकास वैभव ने कुछ देर बाद ही डिलीट कर दिया। यह ट्वीट बुधवार देर रात किया गया। विकास वैभव ने अक्टूबर 2022 में होमगार्ड के पद पर योगदान दिया था, जबकि शोभा अहोतकर डीजी होमगार्ड पहले से थीं।

इन दोनों पदाधिकारियों की छवि मजबूत और तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी की रही है। काम के लिए विकास वैभव को बिहार में सम्मानजनक नजरों से देखा जाता है, खासकर युवाओं के बीच विकास वैभव एक आइडियल के तौर पर देखे जाते रहे हैं। इस घटना के बाद उनके ट्वीट के स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल होने लगे।

क्या कहते हैं जानकार
बिहार को करीब से जानने वाले वरिष्ठ पत्रकार संजीव पांडेय कहते हैं, ‘बिहार के नौकरशाह बेलगाम हो गए हैं। यब बात नीतीश कुमार भी जानते हैं। केके पाठक को ही लीजिए क्योंकि नीतीश कुमार खुद उन्हें लेकर आए हैं।

इसलिए गाली देने का सरेआम वीडियो वायरल होने के बाद भी केके पाठक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। सिर्फ मामले को शांत करने के लिए जांच का आदेश दे दिया गया।

बिहार में सत्ता पक्ष या विपक्षी विधायकों के साथ-साथ मंत्री भी लगातार कहते रहे हैं कि अधिकारी उनकी बातों को नहीं सुनते।

कुछ साल पहले ही आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत का भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह एक आरजेडी विधायक के साथ ठीक से बात नहीं कर रहे थे।

बिहार में अधिकारियों के रवैये से नेता, मंत्री के साथ-साथ जनता भी परेशान हैं। कुछ आईएएस और आईपीएस अधिकारी के द्वारा ‘बिहारी’ बोल कर या गाली देने का रिवाज काफी पुराना है।’

मुश्किल में फंस सकती हैं शोभा अहोतकर?
हालांकि, विकास वैभव द्वारा लगाए गए आरोप के बाद शोभा अहोतकर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि विकास वैभव की छवि एक सभ्य और ईमानदार अधिकारी की है।

आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रैजुएट हैं और इनकी शालीनता के चर्चे यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों और अधिकारियों के बीच में भी है।

डीजी पर गाली देने का आरोप लगाते हुए भी शालीनता नहीं छोड़ी और जिस शब्द का चयन किया उसकी चर्चा हो रही है।

बिहार के सबसे एक्टिव आईपीएस अफसरों में शामिल विकास वैभव ने सासाराम के रोहतास फोर्ट से नक्सलियों को भगाकर वहां पहली बार तिरंगा फहराया था।

साल 2015 में पटना के एसएसपी रहते हुए बाहुबली विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार किया था।

साल 2013 में पटना के गांधी मैदान में पीएम मोदी की रैली में ब्लास्ट और उसके पहले बोधगया ब्लास्ट की तफ्तीश करने वाली एनआईए टीम की कमान विकास वैभव संभाल चुके हैं।

हालांकि, 1990 बैच की शोभा अहोतकर भी ईमानदार छवि की अधिकारी रही हैं।

बिहार के कई जिलों में तैनाती के दौरान उनकी छवि ‘हंटरवाली’ महिला एसपी की रही है। साल 2020 में वह बिहार की पहली महिला महानिदेशक बनी थीं।

अपने लंबे कार्यकाल में अहोतकर काफी साल सेंट्रल डेप्यूटेशन और महाराष्ट्र में रहीं। ऐसे में इस घटना के बाद बिहार की राजनीति भी गरमा सकती है, क्योंकि आईपीएस अधिकारी विकास वैभव की सोशल मीडिया पर लंबी फैन फॉलोइंग है, जिसको यह बात पच नहीं रही है।

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