इंडियन कोस्ट गार्ड (Indian Coast Guard-ICG) के जवानों ने नशे के सौदागरों पर कसा जा रहा शिकंजा, हेरोइन की भारी खेप बरामद, ईरानी बोट में मिला 425 करोड़ रुपये का ड्रग्स…

इंडियन कोस्ट गार्ड (Indian Coast Guard-ICG) के जवानों और अधिकारियों की सतर्कता की वजह से नशे के सामानों की तस्करी करने वालों के खिलाफ 6 मार्च की रात को एक बड़ी कार्रवाई हुई है।

इंडियन कोस्ट गार्ड ने दरअसल एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम देते हुए करीब 61 किलोग्राम हेरोइन (Heroin) जब्त की है, जिसकी अनुमानित बाजार कीमत करीब 425 करोड़ रुपये है।

इंडियन कोस्ट गार्ड के एक अधिकारी के मुताबिक इस स्पेशल ऑपरेशन को गुजरात की एटीएस (ATS Gujarat) के साथ मिलकर संयुक्त तौर पर अंजाम दिया गया था।

इस ऑपरेशन के तहत ईरान की एक बोट (Iranian boat) समेत कुल पांच आरोपियों (five crew of Iranian nationality) को भी गिरफ्तार किया गया है।

नशीले पदार्थों का काला कारोबार करने वालों के खिलाफ गुजरात एटीएस को एकदम सटीक जानकारी (specific intelligence input) मिली थी।

जिसके बाद इंडियन कोस्ट गार्ड के अधिकारियों के साथ बैठकर ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए तैयारी की गई। उसके बाद उन तस्करों तक पहुंचने के लिए कोस्ट गार्ड के दो सुपर फास्ट शिप (Fast Patrol class of ships) का प्रयोग किया गया।

इंडियन कोस्ट गार्ड के अधिकारी के मुताबिक पिछले 8 महीनों के दौरान नशे के तस्करों के खिलाफ कई बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया जा चुका है।

इन 8 महीनों के दौरान करीब 407 किलोग्राम नशीला सामान जब्त किया जा चुका है। जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुमानित बाजार कीमत करीब 2355 करोड़ रुपये है।

इसके साथ ही आठ विदेशी तस्करों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है, जो नशीले पदार्थों के इस काले धंधे में शामिल थे।

गुजरात एटीएस के साथ संयुक्त ऑपरेशन करता है कोस्ट गार्ड
इंडियन कोस्ट गार्ड ये सभी ऑपरेशन गुजरात एटीएस के साथ मिलकर संयुक्त तौर पर करती है, जिससे आपसी समन्वय और तालमेल बना रहता है।

इससे नशे का काला कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में आसानी होती है और तस्करों को घेरने में आसानी होती है। इस ऑपरेशन के सफल होने के बाद ईरानी बोट से गिरफ्तार पांचों आरोपियों को ओखा (Okha) लाया गया है।

जहां कई जांच एजेंसियां उन आरोपियों से पूछताछ कर रहीं हैं। जांच एजेंसियां उन आरोपियों से जुड़े भारतीय तस्करों के कनेक्शन को खंगालने में जुटी हुई हैं।

जिसके आधार पर आने वाले वक्त में उन आरोपियों के खिलाफ भी कार्रवाई को अंजाम दिया जा सके।

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