अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित सिग्नेचर बैंक रियल एस्टेट बैंक पर लगा ताला, दुनिया के लिए कितना बड़ा यह संकट;जाने भारत के लिए क्या मायने…

रविवार को अमेरिका में एक और बैंक पर ताला लग गया। न्यूयॉर्क स्थित सिग्नेचर बैंक रियल एस्टेट को लोन देने के लिए जाना जाता था।

इस बैंक में क्रिप्टोकरेंसी की जमा की जाती थी। इस बैंक को लेकर रेगुलेटर्स ने सलाह दी थी अगर इसे बंद नहीं किया गया तो यह पूरे फाइनेंशियल सिस्टम पर असर डाल सकता है।

बता दें कि कुछ ही दिन पहले अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक को बंद कर दिया गया है। कहा तो यह भी जा रहा है कि सिलिकॉन वैली बैंक से शुरू हुए पैनिक के चलते ही सिग्नेचर बैंक बंद करना पड़ा।

वहीं, अमेरिका में लगातार दो बैंकों के बंद होने से दुनिया भर में आशंका का माहौल बनने का डर सताने लगा है। 

इस बीच कई क्षेत्रीय अमेरिकी बैंकों में ट्रेडिंग कुछ देर के लिए रोक दी गई है। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक सिलिकॉल वैली बैंक के दिवालिया होने के बाद शेयरों में आई गिरावट के बाद यह कदम उठाया गया है।

क्या होगा बाजार पर असर
बता दें कि अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक पर ताला लगने के बाद आर्थिक मोर्चे पर अफरा-तफरी का माहौल बन चुका है। दुनिया भर के शेयर बाजारों पर इसका असर देखने को मिला है।

भारत में भी निफ्टी और सेंसेक्स में गिरावट देखने को मिली है। माना जा रहा है कि यह अमेरिका का ही असर है।

वहीं, आर्थिक विशेषज्ञों को आशंका है कि एक के बाद एक बैंकों के बंद होने के बाद अमेरिकी बैंकिंग सेक्टर से दुनियाभर के निवेशकों का भरोसा डिग सकता है। अगर ऐसा हुआ तो भारत समेत दुनिया भर के बाजार में हलचल मचनी तय है। 

गवर्नर ने दी है तसल्ली
सिग्नेचर बैंक की अमेरिका भर में कुल 40 ब्रांचेज हैं। पिछले हफ्ते सिलिकॉन बैंक को लेकर नकारात्मक खबरें आने के बाद से ही सिग्नेचर बैंक के कस्टमर सतर्क हो गए थे।

इन लोगों ने बैंक में फोन करके पूछना शुरू कर दिया था कि क्या उनकी बचत सुरक्षित है? रविवार को सिग्नेचर बंद करने की घोषणा करते हुए नियामकों ने कहा कि दोनों बैंकों के ग्राहकों की पूरी भरपाई की जाएगी, भले ही उनके खातों में कितना भी जमा रहा हो।

न्यूयॉर्क के गवर्नर केथी होचुल ने एक बयान में कहा कि इन बैंकों में खाता रखने वाले लोग छोटे व्यापारी हैं। यह लोग इन्नोवेशन इकॉनमी को चला रहे हैं और न्यूयॉर्क की आर्थिक सफलता में इनकी भूमिका बेहद अहम है।

परेशान हैं बैंक के खातेदार
हालांकि इस तसल्ली पर भी बैंक के खातेदारों पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा। बड़ी तादाद में लोगों ने सिग्नेचर बैंक से अपने पैसे निकाल लिए। इसका असर बैंक के स्टॉक पर भी देखने को मिला है, जिसमें भारी गिरावट आई है।

हालांकि बैंक के अधिकारियों को यकीन है कि वह लोग इस तूफान से निकल जाएंगे। इसके पीछे वजह यह है कि रविवार को बैंक से निकासी में कमी आई है।

नियामकों ने जब बैंक के अधिकारियों को इसे सीज किए जाने की जानकारी दी तो वह सदमे की हालत में थे। न्यूयॉर्क बैंक रेगुलेटर्स ने सिग्नेचर बैंक की एग्जीक्यूटिव टीम को भी हटा दिया है।

इस बैंक के बंद होने से कई प्रोफेशनल सर्विस फर्म्स को भी झटका लगा है, जो इस पर भरोसा करती थीं।

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