मुगलों से भी लड़े थे मेवाती, फिर आजादी में दिया साथ; दुष्यंत चौटाला बोले- यात्रा की नहीं मिली पूरी जानकारी…

हरियाणा के नूंह जिले में भीषण सांप्रदायिक हिंसा के बाद अब स्थिति संभालने पर सरकार और प्रशासन का जोर है।

इस बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शांति बनाए रखने की अपील करते हुए मेव मुस्लिमों का इतिहास याद दिलाया है।

उन्होने कहा कि मेवात के लोगों ने भारत की आजादी के लिए जंग लड़ी थी। इन लोगों ने मुगलों से भी मुकाबला किया था। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जब सोशल मीडिया पर कुछ लोगों की ओर से नूंह को मिनी पाकिस्तान भी बताया गया। 

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मेवात हमेशा भारत के साथ खड़ा रहा है। इन लोगों ने मुगलों के हमले का भी मुकाबला किया था। फिर आजादी की लड़ाई में भी साथ दिया। पहले की बात हो या फिर आजादी के बाद का दौर हो, मेवात हमेशा भारत के साथ मजबूती से रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई लड़ने वाले मेवात में सोमवार को जो भी हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण था। इन घटनाओं के पीछे जो लोग भी हैं, उनकी पहचान करके कड़ी सजा देनी चाहिए। इस दौरान डिप्टी सीएम ने हिंदूवादी संगठनों की यात्रा को लेकर भी सवाल खड़ा किया।

चौटाला ने कहा कि रैली करने वाले लोगों ने इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं दी थी। यह अंदाजा नहीं बताया था कि कितने लोग रैली में जुट सकते हैं। अधूरी जानकारी मिलने के चलते ही पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं रह पाई और इस तरह की घटना हो गई। उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे राजनीति भी हो सकती है। बता दें कि सोमवार को ब्रजमंडल यात्रा निकाले जाने के दौरान नूंह में हिंसा भड़क गई थी। इसमें दो होमगार्ड जवानों और एक नागरिक की मौत हो गई थी। इसके अलावा गुरुग्राम में भी एक मस्जिद में आग लगा दी गई, जिसमें एक की मौत हो गई। फरीदाबाद शहर में भी तनाव देखा गया।

केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने भी उठाया है सवाल

उपमुख्यमंत्री से पहले केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने तो यात्रा में हथियार, लाठी डंडे लेकर चलने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि आखिर धार्मिक यात्राओं में हथियार लेकर कौन चलता है। उन्हें किसने ये परमिशन दी थी कि वे हथियारों से लैस होकर चलें। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *