इंडिया गठबंधन (INDIA) में शामिल दलों के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनी है, जो कि सबसे बड़ी चुनौती है।
इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे के खिलाफ और लोकसभा में साथ-साथ चुनाव लड़ने का फॉर्मूला दिया है।
उन्होंने तर्क दिया है कि इससे सीट-बंटवारे को लेकार जारी मतभेदों को दूर किया जा सकता है।
पार्टियों को तोड़ने का आरोप लगाते हुए उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष भी किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी को अपना चुनाव चिन्ह कमल से बदलकर वॉशिंग मशीन कर लेना चाहिए।
एनसीपी की कार्यसमिति की बैठक में शरद पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि चुनाव चिन्ह बदलने से लोगों के दिल नहीं बदलते हैं।
उन्होंने कहा कि वे अब तक पांच सिंबल पर चुनाव लड़े हैं और हर बार जीत हासिल की है। पार्टी कार्यकर्ताओं को यह संदेश ऐसे समय में दिया गया है जब चुनाव आयोग शुक्रवार को एनसीपी के दोनों गुटों की याचिकाआों पर सुनवाई करेगा।
चुनाव चिन्ह बदलने से नहीं बदलता लोगों का दिल
अपने राजनीतिक सफर के बारे में बात करते हुए शरद पवार ने कहा, ”मैंने सबसे पहले जुए वाले बैलों की जोड़ी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा, फिर चरखे पर, गाय और बछड़े पर, हाथ और अंत में एनसीपी के घड़ी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा।
हर समय लोगों ने मुझे अपना आशीर्वाद दिया। इस देश की आम जनता काफी समझदार है। इसलिए हमें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। चुनाव चिन्ह बदलने से लोगों के दिल नहीं बदलते हैं।”
सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
शरद पवार ने कहा कि देश का मूड बदल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई भारत के मानचित्र को देखे तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि भाजपा ने कितने राज्यों में चुनाव के माध्यम से जीत हासिल की और कितने में पार्टियों को तोड़कर।
शरद पवार ने कहा, “भारत के लोग भाजपा की इस प्रतिशोधी राजनीति को स्वीकार नहीं करेंगे। हम इंडिया गठबंधन के माध्यम से एक विकल्प देने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि कुछ मतभेद हैं। उदाहरण के लिए पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस, और तृणमूल कांग्रेस और वामपंथियों के बीच। इसलिए हम जो कह रहे हैं वह व्यापक भलाई के लिए है। लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ना है। बाद में आप विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ सकते हैं।”
ED क्या है, यह भाजपा ने लोगों को बताया
आप नेता संजय सिंह की गिरफ्तारी और न्यूजक्लिक पर छापे के बारे में बात करते हुए शरद पवार ने कहा, “बीजेपी के सत्ता में आने से पहले लोगों को ईडी के बारे में शायद ही पता था। बीजेपी ने लोगों को इसके अस्तित्व के बारे में जागरूक किया है।”
उन्होंने राजनीतिक भाषण देने और विपक्ष पर हमला करने के लिए आधिकारिक कार्यक्रमों का उपयोग करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला किया। शरद पवार ने कहा कि उन्हें सरकार के प्रमुख होने और एक पार्टी नेता होने की भूमिका में अंतर करना चाहिए।