चीन की हाइपरसोनिक मिसाइलें मार गिरा सकती हैं US वायुसेना के नए B-21 रेडर बमवर्षक विमान, स्टडी में दावा…

दो हफ्ते पहले अमेरिकी वायु सेना के सुपर-सीक्रेट बी-21 रेडर स्टील्थ बमवर्षक विमान ने कैलिफोर्निया में चुपचाप अपनी पहली उड़ान भरी।

तब कहा गया कि भविष्य में चीन के साथ टकराव में पेंटागन हवाई लड़ाई में बाजी मार सकता है लेकिन अब दो हफ्ते बाद चीनी शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि इस अमेरिकी बमवर्षक विमान को चीन की हाइपरसोनिक मिसाइलों द्वारा गिराया जा सकता है।

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (SCMP) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी अनुसंधान टीम ने यह देखने के लिए दोनों प्रतिद्वंद्वियों के बीच एक आभासी द्वंद्व का मंचन किया कि अगर भविष्य में हवाई युद्ध हुआ तो कौन जीत सकता है। इस वर्चुअल वार में पता चला कि उन्नत हार्डवेयर और नई रणनीति के कारण चीनी हाइपरसोनिक मिसाइलें दुश्मन के विमान का पता लगा सकती है। 

चीन पर अमेरिका की नजर
इस छद्म युद्ध में चीन की हवा से हवा में मार करने वाली हाइपरसोनिक मिसाइलों ने B-21 स्टील्थ विमान और उसके साथी ड्रोन को मार गिराया गया, जो मैक 6 की शीर्ष गति तक पहुंच सकता है। बता दें कि बी-21 रेडर 1,000 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से उड़ान भरने में सक्षम है। इसे चीनी सेना के साथ संभावित लड़ाई में अमेरिकी वायु सेना की पेनेट्रेटिंग काउंटर एयर (PCA) रणनीति में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए तैयार किया गया है।

अमेरिकी सेना की PCA रणनीति चीन की वायु रक्षा के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर सकती है, जो जमीन, समुद्र या हवाई प्लेटफार्मों पर आधारित रडार चेतावनी प्रणालियों पर बहुत अधिक निर्भर है। पेंटागन के दावों के मुताबिक, कथित तौर पर अगली पीढ़ी के अमेरिकी परमाणु स्टील्थ बॉम्बर का रडार एक मच्छर जितना छोटा हो सकता है। 

SCMP की रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी भी संघर्ष की स्थिति में यह दुश्मन की सीमा से काफी पीछे रहकर चीन के तट पर बड़ी संख्या में मिसाइलें या बम गिरा सकता है, जिससे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का मुख्य रक्षा ढांचा ध्वस्त हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नया अमेरिकी बमवर्षक 2030 के दशक में परमाणु निरोध त्रय, जिसमें साइलो-लॉन्च परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल और पनडुब्बी-लॉन्च किए गए हथियार शामिल हैं, में अपनी भूमिका निभा सकता है, जैसे चीन अपने परमाणु शस्त्रागार का निर्माण कर रहा है।

बी-21 के विकास ने चीन को नई तकनीक के साथ जवाबी उपाय करने के लिए मजबूर कर दिया है। चीन 2035 तक 1,500 परमाणु हथियार बनाने की राह पर है।  वह हाइपरसोनिक्स, साइबर युद्ध और अंतरिक्ष क्षमताओं में बढ़त बनाने की जुगत में है, जो अमेरिकी सुरक्षा तंत्र के लिए खतरा पैदा कर सकता है।

चीनी मिसाइल की खासियत
चीन की हाइपरसोनिक मिसाइलें अमेरिकी स्टील्थ विमानों को ट्रैक करने और मार गिराने के लिए विशेष सुविधाओं के साथ बनाई गई हैं। रिसर्च टीम ने कहा, चीनी मिसाइलें नए ठोस ईंधन “पल्स इंजन” का उपयोग कर सकती हैं ,जो पूरी उड़ान के दौरान इच्छानुसार बिजली उत्पादन को समायोजित कर सकता है। इसके अलावा मिसाइल पहले अंतरिक्ष के निकट तक जा सकती है और फिर दुश्मन के विमान पर बेहद तेज गति से नीचे आ सकती हैं।

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