एक कोशिश ऐसी भी…2 दिन और तीन लावारिस शवों के अंतिम संस्कार की सेवा…

होती है मुझ पर रोज तेरी रहमतों के रंगों की बारिश ,मैं कैसे कह दूं, मेरे विधाता हम सब पे तेरी महर नही है !!
एक कोशिश ऐसी भी…
जैसा कि संस्था की टैगलाइन है कि किसी भी वास्तविक सेवा के लिए संपर्क करें।
इसी क्रम में…

  • आपके विश्वास पर खरे उतरते हुए लावारिस शवों को आखरी समय में कंधा मिल रहा है।
  • जरूरतमंदों को शव वाहन एवं एंबुलेंस की सेवा पूरे उत्तर प्रदेश में मिल रही है।
  • चूंकि यह स्कूलों में एडमिशन का समय चल रहा है तो निरंतर जरूरतमंद बच्चो जो कि पढ़ने में होनहार हैं परंतु पढ़ाई के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है ऐसे बच्चों को निरंतर अलग-अलग स्कूलों में एडमिशन करवाया जा रहा है संस्था द्वारा।
  • असहाय परिवारों के लिए कैंसर पीड़ित पेशेंट के तीमारदारों के लिए महीने भर के राशन की व्यवस्था भी कराई जा रही है संस्था द्वारा।
  • जल्दी एक जरूरतमंद बुजुर्ग महिला की तपती हुई छत की मरम्मत भी कराई जाएगी तैयारी चल रही है।
  • मानसिक रूप से बाधित महिलाएं बच्चे अथवा पुरुषों को ट्रीटमेंट के बाद शेल्टर होम और घर मिल जाने पर घर भी पहुंचाया जा रहा है।
  • दुष्कर्म पीड़िता बच्चियों का इलाज भी कराया जा रहा है।
    *इसी क्रम में यदि कोई व्यक्ति छोटे-मोटे रोजगार से जुड़ना चाहता है अपनी भिक्षा वृत्ति छोड़कर तो उस व्यक्ति को छोटे-मोटे रोजगार से भी जोड़ा जा रहा है ताकि अपना जीवन यापन स्वयं कर सके।
  • पैसे के अभाव में इलाज के लिए दरबदर भटक रहे लोगों का सरकारी अस्पताल में इलाज भी संस्था द्वारा निरंतर कराया जा रहा है।
  • आदि किसी भी तरह की वास्तविक सेवा का अवसर यदि आप लोगों के द्वारा दिया जाता है तो कोशिश पूरी रहती है कि उस पर हमारी संस्था पूरी तरह से खरी उतरे और सेवा तुरंत जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचाई जाए।

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