गुरु और सूर्य की युति से चमकेगा इन राशियों का भाग्य, धन-संपदा में होगी वृद्धि, मां लक्ष्मी कर देंगी मालामाल…

प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):

देवगुरु बृहस्पति को ज्योतिष में विशेष स्थान प्राप्त है।

देवगुरु बृहस्पति की कृपा से व्यक्ति का भाग्योदय होना तय है। देवगुरु बृहस्पति को गुरु को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक ग्रह कहा जाता है।

बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी होते हैं। वहीं शुक्र भौतिक सुख, वैवाहिक सुख, भोग-विलास, शौहरत, कला, प्रतिभा, सौन्दर्य, रोमांस, काम-वासना और फैशन-डिजाइनिंग के कारक ग्रह हैं। 

शुक्र, वृष और तुला राशि के स्वामी होते हैं और मीन इनकी उच्च राशि है, जबकि कन्या इनकी नीच राशि है। इस समय गुरु और सूर्य एक ही राशि में यानि वृषभ राशि में विराजमान हैं। गुरु और सूर्य की युति से कुछ राशि वालों का भाग्योदय होना तय है। 

आइए जानते हैं, गुरु और सूर्य की युति से किन राशि वालों को होगा महालाभ-

  • कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान मिलेगा।
  • यात्रा से लाभ होने के योग बनेंगे।
  • आय में वृद्धि हो सकती है।
  • आपके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की जाएगी।
  • कार्यों में सफलता मिलेगी।
  • नौकरी और व्यापार के लिए समय शुभ है।

मिथुन राशि- 

  • इस दौरान आपको नौकरी में तरक्की मिलने के योग बनेंगे।
  • मान-सम्मान में वृद्धि हो सकती है।
  • वाहन की खरीदारी कर सकते हैं।
  • आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
  • दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा।
  • परिवार के सदस्यों के साथ समय व्यतीत करेंगे।
  • लेन-देन से लाभ होगा।

सिंह राशि- 

  • आय में वृद्धि से पैसों से संबंधी परेशानी दूर हो सकती है।
  • जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करेंगे, जिससे वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा।
  • शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए ये समय किसी वरदान से कम नहीं रहने वाला है।
  • इस दौरान निवेश करने से लाभ होगा।
  • स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।

कन्या राशि- 

  • इस दौरान आपको नौकरी में तरक्की के योग बनेंगे।
  • नए काम की शुरुआत कर सकते हैं।
  • व्यापारियों को मुनाफा हो सकता है।
  • धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में हिस्सा लेने का अवसर मिलेगा।
  • धन- लाभ होगा, जिससे आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
  • शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय शुभ कहा जा सकता है।

(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)

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