अब राम मंदिर परिसर में नहीं ले जा सकेंगे मोबाइल, लागू किए गए कड़े नियम…

अब आप राम मंदिर परिसर में मोबाइल फोन नहीं ले जा सकेंगे।

मंदिर निर्माण समिति में फैसला किया गया है कि 25 मई से राम मंदिर परिसर में मोबाइल फोन ले जाने पर कड़ी पाबंदी होगी। शुक्रवार को नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक आयोजित की गई थी। 

इसमें राम मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था पर व्यापक चर्चा की गई। मंदिर निर्माण समिति ने मंदिर निर्माण पूरा करने और परकोटा निर्माण की डेडलाइन भी तय कर दी है। 

राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रसंटी डॉ. अनिल मिश्र के मुताबिक निर्माण कार्य की समीक्षा के बाद तय किया गया है कि दिसंबर 2024 तक मंदिर निर्माण का काम पूरा कर लिया जाएगा।

इसके अलावा मंदिर के चारों ओर परकोटा का निर्माण भी मार्च 2024 तक पूरा हो जाएगा। इस परकोटे के अंदर ही राम मंदिर समेत अन्य देवताओं के मंदिर भी आएंगे। 

डॉ. अनिल मिश्र ने  बताया कि श्रद्धालुओं के लिए क्लॉरूम की सुविधा उपलब्ध रहेगी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए ही मोबाइल बैन करने का फैसला किया गया है और यात्रियों को इसका सम्मान करना चाहिए।

उन्होंने कहा, मंदिर परिसर के बाहर ही मोबाइल समेत अन्य कीमती सामान रखने की सुविधा उपलब्ध है। अब यात्रियों को व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करना है। उन्होंने बताया कि मंदिर के चारों ओर 14 फीट ऊंचा परकोटा नाया जाएगा। 

चंपत राय ने बताया कि परकोटे के अंदर राम मंदिर के अलावा छह और मंदिर होंगे। इसमें भगवान शिव और हनुमान जी का मंदिर शामिल होगा।

मंदिर परिसर में एक साथ 25 हजार लोग पहुंच सकेंगे। बता दें कि राम मंदिर का निर्माण नागरा शैली में 2.7 एकड़ में किया गया है।

इसकी ऊंचाई 161 फीट है।  इस मंदिर में 392 पिलर हैं और 44 दरवाजे हैं। इस मंदिर में पांच हॉल हैं जिनका नाम नृत्य मंडपम, रंग मंडप, शोभा मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप है। 

मंदिर के स्तंभों पर भी खूबसूरत नक्काशी की गई है। मंदिर का निर्माण तीन मंजिल तक होना है जिसपर काम अभी चल रहा है।

22 जनवरी को यहां 51 इंच ऊंची भगवान राम की प्रतिमा की स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा में हिस्सा लिया था। इसके अलावा इस मौके पर 8 हजार वीआईपी पहुंचे थे। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *