12 मासूमों की मौत का बदला पूरा! इजरायली सेना ने लेबनान में घुसकर मारा; हिजबुल्लाह को बनाया निशाना…

कुछ दिन पहले हिजबुल्लाह आतंकियों ने इजरायल के गोलान हाइट्स में एक फुटबॉल ग्राउंड को निशाना बनाते हुए 12 मासूम बच्चो को मौत के घाट उतार दिया था।

जवाब में इजरायल ने हिजबुल्लाह को कीमत चुकाने की चेतावनी दी। मंगलवार को इजरायल ने पुष्टि की कि उसकी सेना ने बेरूत में मिसाइल हमला किया।

इजरायली सेना का निशाना 12 बच्चों को मारने वाला हिजबुल्लाह का कमांडर फुआद शुक्र उर्फ हज मोहसिन था। हालांकि अभी यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि मोहसिन मारा गया या नहीं? लेकिन, हिजबुल्लाह ने कहा है कि हमले में दो लोगों की मौत हुई है।

इजरायल के तीन वरिष्ठ सुरक्षा सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि बेरूत के दक्षिणी उपनगरों पर एक इजरायली हमले में सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह कमांडर को निशाना बनाया गया और कहा गया कि उसकी मौत की अभी पुष्टि नहीं हुई है। 

सूत्रों ने उसका नाम मोहसिन शुक्र बताया है लेकिन उसे फुआद शुक्र के नाम से भी जाना जाता है। अल-अरबिया आउटलेट ने रिपोर्ट दी है कि हत्या विफल रही लेकिन, आगे कोई विवरण नहीं दिया।

रॉयटर्स ने एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से बताया कि बेरूत में इजरायली रक्षा बलों ने लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के गढ़ पर एक जोरदार धमाका सुना गया।

कुछ ही पलों में  इलाके से धुएं का गुबार उठता देखा जा सकता था। लेबनान की सरकारी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने कहा कि इजरायली हमले ने हिजबुल्लाह के क्षेत्र को निशाना बनाया।

बता दें कि कुछ दिन पहले इजरायल पर हुए हवाई हमले में एक दर्जन बच्चे मारे गए थे। इजरायल और संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस हमले के लिए हिजबुल्लाह को दोषी ठहराया है। जबकि, हिजबुल्लाह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली।

कौन है हिजबुल्लाह कमांडर मोहसिन शुक्र
अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुक्र उर्फ ​​हज मोहसिन हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के वरिष्ठ सैन्य सलाहकार के रूप में कार्य करता है।

वह हिजबुल्लाह की शीर्ष सैन्य संस्था जिहाद काउंसिल में भी शामिल है। विदेश विभाग के अनुसार, शुक्र ने 1983 में यूएस मरीन कॉर्प्स बैरक पर बमबारी में सीधी भूमिका निभाई थी, जिसमें 241 यूएस मरीन मारे गए थे। अमेरिका ने उसके सिर पर 5 मिलियन डॉलर (42 करोड़ रुपए) का इनाम रखा था।

ऑस्ट्रेलियाई सरकार की अपील- लेबनान खाली करें नागरिक 
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जंग के आगाज के बीच ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने लेबनान में रहने वाले सभी ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों से देश छोड़ने का आग्रह किया है।

अल्बानीज ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि सरकार की आधिकारिक सलाह है कि ऑस्ट्रेलियाई लोग इजरायल और हिज्बुलाह के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच लेबनान की यात्रा करने से बचें।

उन्होंने कहा, “यात्रा सलाह बहुत स्पष्ट रूप है कि लेबनान न जायें। वहाँ मौजूद ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे इस समय लेबनान से उपलब्ध वाणिज्यिक उड़ानों का लाभ उठायें।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *