फ्लैश फ्लड में तबाह हुआ इंद्राणी ब्रिज फिर से तैयार हो चुका है।
यह ब्रिज उत्तरी सिक्किम को बाकी भारत से जोड़ता है।
इस ब्रिज का तैयार होना इंजीनियरिंग का एक नायाब उदाहरण है। पीडब्लूडी द्वारा तैयार किया गया इंद्राणी ब्रिज तीस्ता रिवर वैली में साल 2023 के फ्लैश फ्लड में पूरी तरह से बर्बाद हो गया था।
सड़क नेटवर्क और कई अन्य ब्रिजों को पहुंचे भारी नुकसान के चलते सिक्किम का उत्तरी हिस्सा बाकी देश से पूरी तरह से कट गया था।
हालात को देखते हुए सिक्किम सरकार ने सस्पेंशन बेली ब्रिजेज को तैयार करने का आदेश जारी किया। इसके बाद सर्वे हुआ और फिर एमओयू साइन हो गया। अब यह ब्रिज बनकर तैयार है और आज इसका उद्धाटन होना है।
जरूरी अप्रूवल्स और क्लीयरेंस मिलने के बाद प्रोजेक्ट स्वास्ति बीआरओ की 764 बीआरटीएफ ने काम शुरू किया। इसने इंद्राणी ब्रिज साइट पर 300 फीट का बेली सस्पेंशन ब्रिज तैयार कर दिया।
इनके समर्पण और इंजीनियरिंग विशेषज्ञता ने इस महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना के समय पर पूरा होने को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एक स्थानीय अधिकारी ने कहा कि बीआरओ की गुणवत्ता और समय पर पूरा होने का कमिटमेंट इस प्रोजेक्ट में झलकता है।
बीआरओ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उनकी इंजीनियरिंग उत्कृष्टता बुनियादी ढांचे के विकास में नए मानक स्थापित कर रही है। हम सिक्किम के लोगों को कनेक्टिविटी बहाल करने में उनके अथक प्रयासों के लिए आभारी हैं।
नए बने इंद्राणी पुल का उद्घाटन 12 अगस्त को निर्धारित है। यह इस क्षेत्र के भविष्य के लिहाज से महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह प्रोजेक्ट न केवल सिक्किम के उत्तर को फिर से जोड़ती है बल्कि क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ाने का भी रास्ता खोलती है।
राहत आयुक्त ने कहा कि हम इस पुल से सिक्किम के लोगों पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव को देखने के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में प्रगति और समृद्धि लाने और समुदाय की सेवा करने की अटूट प्रतिबद्धता के लिए बीआरओ को बधाई।