पाकिस्तान के पंजाब में बाढ़ से तबाही के बीच बंदरों ने आतंक मचा रखा है।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, 26 अगस्त से राज्य के नरोवाल में 5 जंगली बंदर पहुंचे हैं, जिससे कई इलाकों के लोग दहशत भरे माहौल में रह रहे हैं।
ये सभी डर के मारे घर के अंदर ही रहने को मजबूर हैं। इन बंदरों को उस्मानगंज, लोहारन, फारूक गंज और अफजलपुरा जैसे इलाकों में छतों पर छलांग लगाते देखा गया है।
ख्वाजा मुहम्मद अरशद और तारिक महमूद स्थानीय निवासी हैं। उन्होंने बताया कि बंदरों के कारण लोग बहुत चिंतित हैं। हमने इन जानवरों को पकड़ने में मदद के लिए वन्यजीव विभाग को कई बार कॉल किया, मगर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
स्थानीय लोगों ने कहा कि जंगली बंदरों के चलते स्थिति बहुत भयावह होती जा रही है। इनके हमले के डर से महिलाएं अपने बच्चों को घर के अंदर ही रख रही हैं।
स्थानीय निवासी रिजवान बट ने न्यूज आउटलेट को बताया गया कि बंदरों ने छतों पर रखी वस्तुओं को नुकसान पहुंचाया है। ये हमें काफी हानि पहुंचा रहे हैं।
जफरवाल के नजदीकी इलाके में एक निवासी पर बंदर ने हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इन लोगों का मानना है कि ये बंदर रावी नदी और बरसाती नालों में आई बाढ़ के कारण विस्थापित हुए होंगे, क्योंकि नारोवाल शहर के पास तो कोई जंगल ही नहीं हैं।
भारी बारिश के चलते शहर की ओर भागे बंदर
रिपोर्ट के अनुसार, भारी मॉनसूनी बारिश ने चलते बंदर अपने प्राकृतिक आवासों से बाहर निकले हैं। यही वजह है कि कई शहरी क्षेत्रों में अचानक ही इनकी संख्या काफी बढ़ गई है।
पाकिस्तान के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही है। इससे कई जिलों में अचानक बाढ़, शहरों में जलजमाव और भूस्खलन ही घटनाएं हो रही हैं।
इस बीच, उत्तर-पश्चिम प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में शुक्रवार सुबह घर के भूस्खलन की चपेट में आने से 12 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 3 महिलाएं, 6 बच्चे और तीन पुरुष शामिल हैं, जो एक ही परिवार के सदस्य थे।
भूस्खलन के समय ये सभी घर में सो रहे थे। सभी शवों को घर के मलबे से बरामद किया गया। यह दुर्घटना अपर दीर जिले में हुई जहां पिछले कुछ दिनों से मॉनसून के कारण भारी बारिश हो रही है।