मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सुशासन की सरकार और संवेदनशील सरकार ने आवासहीन परिवारों को पक्की छत देने के लिए संकल्पित है।
प्रधानमंत्री आवास योजना न केवल लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने का काम कर रही है, बल्कि उन्हें एक सुरक्षित और स्थिर आवास प्रदान करती है।
छत्तीसगढ़ सरकार की इसी पहल से श्रीमती कुमारी बाई का सपना साकार होने जा रहा है। यह योजना पूरे प्रदेश में एक नई उम्मीद और उज्ज्वल भविष्य की किरण साबित हो रही है।
जांजगीर चांपा जिले की ग्राम पंचायत जर्वे (च) निवासी श्रीमति कुमारी बाई कश्यप की है। श्रीमती कुमारी बाई के पास मकान के नाम पर कच्ची झोपड़ी है, जिसमें बारिश के मौसम में रहना दुष्कर होता जाता है।
उन्हें एक दिन प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में पता चला जिससे उनके मन में पक्के आवास के सपने को एक नई उम्मीद की किरण दिखी और उन्होंने पक्के आवास के लिए आवेदन दिया और कुमारी बाई को आवेदन आवास निर्माण के लिए स्वीकृत हो गया।
जिसकी पहली किस्त उनके खाते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोर आवास मोर अधिकार कार्यक्रम के तहत 40 हजार की राशि अंतरित किये।
वे अपने पक्के आवास निर्माण के सपने को पूरा होते देखने के लिए बहुत खुश है। श्रीमती कुमार बाई कहती है कि अब मुझे बारिश और रहने-सोने में जो दिक्कत होती थी वह नहीं होगी और वह इसके लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और प्रधानमंत्री जी को आभार प्रकट करती है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्म दिन के मौके पर छत्तीसगढ़ राज्य के 5 लाख 11 हजार से अधिक आवासहीन परिवारों को स्वयं का पक्का मकान बनाने के लिए पहली किश्त 2044 करोड़ रूपए की राशि सीधे उनके बैंक खातों में ऑनलाईन ट्रान्सफर की। जिसके तहत जांजगीर चांपा जिले के 48 हजार 353 परिवारों के आवास की स्वीकृति मिली है।
ऐसे में सभी हितग्राहियों में पक्का आवास बनने के सपने को लेकर परिवार में खुशी व्याप्त है और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को आभार व्यक्त कर रहे हैं।