प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
हस्तेरखा शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति की हाथ के चारों उंगलियों के नीचे पर्वत होते हैं, जो जातक के स्वभाव, व्यक्तित्व और जीवन में होने वाली शुभ-अशुभ घटनाओं का संकेत देते हैं।
हथेली पर मौजूद पर्वत,रेखा और निशानों के द्वारा कई बातों का अनुमान लगाया जा सकता है। हस्तरेखा शास्त्र में हाथ की छोटी उंगली यानी कनिष्ठा उंगली के नीचे जो पर्वत होता है, उसे बुध पर्वत कहा जाता है।
बुध पर्वत का संबंध बुध ग्रह से माना गया है। आइए पुस्तक ‘इंडियन पॉमिस्ट्री’ की मदद से बुध पर्वत के बारे में विस्तार से जानते हैं।
बुध पर्वत के शुभ-अशुभ संकेत
मान्यता है कि बुध पर्वत के ज्यादा उभरे हुए होने से व्यक्ति आकर्षक और हर कार्य में सफलता अर्जित करता है।
ऐसे लोग खुशमिजाज स्वभाव के होते हैं। टीम में बहुत अच्छे से काम करते हैं और लीडरशिप स्किल भी शानदार होती है।
बुध पर्वत के उभरे हुए होने पर व्यक्ति का मानसिक रूप से बहुत मजबूत होता है।
कहा जाता है कि जिन लोगों के हथेली पर बुध पर्वत दबा हुआ या चपटा होता है। ऐसे लोग अंधविश्वासी प्रवृत्ति के होते हैं।
बुध पर्वत पर त्रिकोण का निशान एक अच्छा संकेत माना जाता है। मान्यता है कि ऐसे लोग काफी बुद्धिमान और अच्छे वक्ता होते हैं। अपने बातचीत करने की स्किल से हर किसी का ध्यान खींचते हैं।
बुध पर्वत पर रेखाओं की जाली बनना एक अशुभ संकेत माना गया है। मान्यता है कि इससे जातक को बौद्धिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
मान्यता है कि जिन लोगों के हाथ में बुध पर्वत पर क्रॉस का निशान होता है, ऐसे लोग ईमानदार नहीं होते हैं और सफलता हासिल करने के लिए शॉर्टकट के बारे में सोचते हैं।