खुद को मानता है पैगंबर का वंशज, इजरायली हमले में बची जान; हसन नसरल्लाह की जगह लेगा हाशेम…

लेबनान में इजरायल ने एक बड़े हमले में आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया।

नसरल्लाह के साथ ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के डिप्टी अब्बास निलफोरुशन की भी मौत हो गई थी। नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान, इराक, सीरिया और यमन के हूती विद्रोहियों में उबाल है।

उन्होंने इजरायल को अंजाम भुगतने की धमकी दी है। नसरल्लाह के साथ उसकी बेटी भी हमले में मारी जा चुकी है। ऐसे में हिजबुल्लाह के नए चीफ के लिए हाशेम साफीद्दीन का नाम सबसे आगे चल रहा है।

हर वक्त सिर पर काली पगड़ी पहनकर खुद को पैगंबर मोहम्मद का वंशज होने का दावा करने वाले हाशेम को अमेरिका आतंकवादी घोषित कर चुकी है। इजरायल ने हाशेम पर हमला किया था, लेकिन तब वो बच निकला था।

इजरायल के हत्या के डर के कारण वर्षों तक छिपे रहे हसन नसरल्लाह सार्वजनिक रूप से नहीं देखे गए, लेकिन शनिवार को इजरायल ने उन्हें मार गिराया।

वे करीब 18 वर्षों से अंडरग्राउंड थे और वीडियो संदेश के जरिए ही लोगों के सामने आते रहते थे।

हिजबुल्लाह ने भी अपने नेता की मौत की पुष्टि कर दी है। आतंकी समूह ने कहा कि उसके नेता नसरल्लाह की दक्षिणी उपनगर में हुई एक हमले के दौरान मौत हुई। बयान में कहा गया, “महामहिम, प्रतिरोध के गुरु, धर्मी सेवक अल्लाह के पास चले गए।”

कौन हैं हाशेम साफीद्दीन

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, हाशेम नसरल्लाह के चचेरा भाई हैं और एक मौलवी भी जो हर वक्त काली पगड़ी पहनते हैं। हाशेम खुद को इस्लाम के पैगम्बर मोहम्मद के वंशज का दावा भी करते हैं। होने वह समूह की जिहाद परिषद में भी काम करते हैं।

यह बात किसी से छिपी नहीं है कि ईरान हिजबुल्लाह को कंट्रोल करता है और हाशेम की पढ़ाई ईरान में हो चुकी है। इसलिए उनके ईरान से घनिष्ठ संबंध हैं। ऐसे में हाशेम की ताजपोशी पक्की मानी जा रही है।

कुख्यात आतंकवादी

हाशेम कार्यकारी परिषद के प्रमुख हैं और हिजबुल्लाह के राजनीतिक मामलों की देखरेख करते हैं। यह जिहाद काउंसिल से भी संबंधित है, जो समूह के सैन्य अभियानों का प्रबंधन करती है। 2017 में अमेरिकी विदेश विभाग ने हाशेम को आतंकवादी घोषित किया।

वह एक बाद इजरायली हमले में बाल-बाल बच चुका है। हिजबुल्लाह चीफ बन जाने से हाशेम इजरायल का नए और मुख्य टारगेट हो सकते हैं।

सफीददीन के सार्वजनिक बयानों से आमतौर पर हिजबुल्लाह की उग्रवादी स्थिति और फिलिस्तीन मुद्दे पर उनके स्पष्ट रुख का पता चलता है।

बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में हिजबुल्लाह के गढ़ दहिएह में हाल ही में एक कार्यक्रम में, उन्होंने फिलिस्तीनी लड़ाकों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए कहा, “हमारा इतिहास, हमारी बंदूकें और हमारे रॉकेट आपके साथ हैं।”

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