लेबनान में बमबारी करने के बाद इजरायली सेना ने अपने एक और दुश्मन को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है।
रविवार को इजरायल की तरफ से यमन के हूती विद्रोहियों के बुनियादी ढांचों पर जबरदस्त हवाई हमले किए गए।
सेना की तरफ से बताया गया कि इस एयर स्ट्राइक में दर्जनों लडाकू विमानों ने हिस्सा लिया।
हमास के खिलाफ युद्ध के दौरान हूती विद्रोहियों की तरफ से लगातार इजरायल के ऊपर हमले किए जा रहे थे। हिजबुल्लाह प्रमुख की मौत के बाद यह हमले और भी तेज हो गए थे।
समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार इजरायली सेना की तरफ से की गई इस एयर स्ट्राइक में हूती समूह के बुनियादी ढांचे को व्यापक क्षति पहुंची है।
इस हमले पर इजरायली सैन्य प्रवक्ता की तरफ से बताया गया कि हमारी तरफ से आज बड़े पैमाने पर हवाई अभियान किया गया, जिसमें लड़ाकू जेट सहित वायुसेना के दर्जनों विमानों ने यमन के रास इस्सा और होदेइदा क्षेत्रों में हूती आतंकवादी शासन के सैन्य उपयोग वाले ठिकानों पर हमला किया।
उन्होंने कहा कि इस हमले से हमने हूती आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के अपने अभियान की शुरुआत की है।
दरअसल, हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत का बदला लेने के लिए हूती आतंकी समूह ने इजरायल के तेल अवीव के पास बेन गुरियन इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मिसाइल से निशाना बनाया था। इस हमले को इजरायल के डिफेंस सिस्टम ने रोक दिया था।
इस हमले के बाद लेबनान में अपने दुश्मन प्रमुख दुश्मन को मिटा चुकी इजरायल की सेना ने हूतियों की तरफ अपना निशाना साध लिया।
एयरपोर्ट पर हमले का उद्देश्य इजरायली पीएम को निशाना बनाना था जो कि अमेरिका से यूएन महासभा में अपने संबोधन के बाद अपने देश लौटे थे।
इस हमले के जवाब में इजरायल ने हूतियों के खिलाफ युद्ध स्तर पर हमले की तैयारी शुरू कर दी थी और उसका अंजाम उन्होंने आज हमला करके दिया।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान इजरायली पीएम नेतन्याहू ने कहा था कि कोई भी अगर उनके देश या फिर इजरायली नागरिकों के ऊपर हमला करता है या बुरी नजर डालता है तो फिर हमारा पलटवार बहुत खतरनाक होगा।
इस भाषण के बाद नेतन्याहू ने अमेरिका से ही नसरल्लाह के मौत के फरमान को मंजूरी दे दी। इस हमले ने हिजबुल्लाह की कमर तोड़ कर रख दी।
नसरल्लाह की मौत के बाद इजरायली सेना ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी साझा करते हुए पोस्ट किया कि अब नसरल्लाह दुनिया में आतंक नहीं फैला पाएगा।
इसके साथ ही उन्होंने ईरान को भी चेतावनी दी कि अगर तेहरान की तरफ से उन पर हमला हुआ तो अंजाम अच्छा नहीं होगा।