मणिपुर में जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के पांच विधायकों के बीजेपी में शामिल होने से पार्टी बेहद नाराज़ है।
जेडीयू के तमाम बड़े नेताओं ने इसको लेकर बीजेपी पर ज़ोरदार हमला बोला है, खास कर मुख्यमंत्री और जेडीयू के शीर्ष नेता नीतीश कुमार (Nitish Kumar) इस पर बेहद आक्रामक हैं।
उन्होंने बीजेपी पर धनबल का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला।
सीएम नीतीश ने शनिवार को जेडीयू (JDU) की राज्य कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि यदि सभी विपक्षी दल मिलकर चुनाव लड़ें तो 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में बीजेपी 50 सीटों पर आ जाएगी, और मैं इसी अभियान में लगा हुआ हूं।
नीतीश कुमार के इस बयान पर बीजेपी ने फौरन पलटवार किया।
बिहार बीजेपी (Bihar BJP) के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि ललन जी, अगर धनबल से विधायक टूटते हैं तो आपने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के आधा दर्जन से अधिक विधान पार्षद तोड़ने के लिए कितने करोड़ खर्च किए थे।
जब आपने आरजेडी, कांग्रेस और दूसरी पार्टियों को तोड़ा था तब नैतिकता कहां गई थी।
जेडीयू के ऊपर बीजेपी के दूसरे राजनीतिक दलों को तोड़ने के आरोप पर ललन सिंह ने जो जवाब दिया वो थोड़ा हैरान करता है।
ललन सिंह ने न्यूज़ 18 से बातचीत करते हुए कहा कि हमारे ऊपर दूसरी पार्टी को तोड़ने के जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वो गलत है। हमने कभी भी दूसरों की पार्टी नहीं तोड़ी है।
हां, दूसरे पार्टी के लोगों ने अगर हमारी पार्टी में आने की इच्छा जाहिर की थी तब हमने उन्हें अपने दल मे शामिल किया था चाहे वो आरजेडी हो या कांग्रेस।
वहीं, ललन सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि बिहार में चाहे बीजेपी कितनी भी ताकत लगा ले उसके मंसूबे सफल नहीं होने वाले है, क्योंकि यहां उन्होंने सारे हथकंडे अपना लिए थे, लेकिन सफल नहीं हुए।