आसमान में गश्त लगा रहे थे फिलीपीन के विमान, तभी आ गए चीनी फायटर जेट; चारों-ओर से घेरा…

फिलीपीन के सेना प्रमुख ने शनिवार को कहा कि दक्षिण चीन सागर के ऊपर गश्त कर रहे वायुसेना के एक विमान के मार्ग में चीनी वायुसेना के दो विमानों ने खतरनाक पैंतरेबाजी की जो एक भड़काऊ कृत्य है।

उन्होंने कहा कि स्कारबॉरो शोआल क्षेत्र के ऊपर यह घटना बृहस्पतिवार सुबह हुई। सेना प्रमुख जनरल रोमियो ब्रॉनर ने कहा कि घटना के बाद फिलीपीन की वायुसेना का ‘एनसी-212’ आई हल्का परिवहन विमान क्लार्क एयर बेस पर सुरक्षित लौट आया था तथा उसमें सवार सभी लोग सुरक्षित थे। उन्होंने घटना के बारे में और अधिक विवरण नहीं दिया।

फिलीपीन के एक शीर्ष सुरक्षा अधिकारी ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि चीनी जेट विमान फिलीपीन के विमान के “बहुत करीब” आ गए थे तथा उन्होंने “हमारे पायलटों की जान को वास्तव में खतरे में डाल दिया।”

एक अन्य सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि चीनी लड़ाकू विमानों से कम से कम आठ ‘फ्लेयर’ छोड़े गए। दोनों अधिकारियों ने घटना की संवेदनशीलता के कारण अपनी पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर यह जानकारी दी।

फ्लेयर आमतौर पर जेट विमानों द्वारा मिसाइल हमले से बचने के लिए छोड़े जाते हैं। ये ऐसे पदार्थों के बने होते हैं, जो छोड़े जाने के बाद हवा के संपर्क में आते ही जल उठते हैं।

चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की ‘साउदर्न थियेटर कमान’ ने शनिवार को एक बयान में कहा कि बृहस्पतिवार को फिलीपिन की वायुसेना का विमान हुआनग्यान द्वीप के ऊपर वायुक्षेत्र में ‘अवैध रूप से’ आ गया था और उसने उसकी प्रशिक्षण गतिविधियों में बाधा डाली।

चीन स्कारबॉरो शोआल को हुआनग्यान कहता है और उसे वह अपना क्षेत्र बताता है। उसने कहा कि कमान ने फिलीपीन वायुसेना के विमान की पहचान करने, उसका पता लगाने एवं उसे खदेड़ने के लिए जेट विमान एवं जहाज भेजे। उसमें कहा गया है कि चीन अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता एवं सुरक्षा की रक्षा के लिए हाईअलर्ट और तैयार रहता है।

ब्रॉनर ने एक बयान में कहा कि ‘‘इस घटना से फिलीपीन की वायुसेना के विमान और उसके चालक दल के लिए खतरा पैदा हो गया। फिलीपीन की संप्रभुता और अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले हवाई क्षेत्र में वैध उड़ान संचालन में हस्तक्षेप हुआ और विमानन सुरक्षा से जुड़े अंतरराष्ट्रीय कानून तथा नियमों का उल्लंघन हुआ।’’

उन्होंने कहा कि इस घटना की सूचना विदेश विभाग को दे दी गई है, जिसने विवादित जल क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामक कार्रवाइयों के खिलाफ कई राजनयिक विरोध दर्ज कराए हैं। ब्रॉनर ने कहा, ‘‘हम अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार अपने अधिकारों का इस्तेमाल करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं।’’

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